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Showing posts from May, 2022

DIFFERENT TYPE OF CEMENT :-

  DIFFERENT TYPE OF CEMENT  :- 1.  OPC -33  (ORDINARY PORTLAND CEMENT GRADE 33) 2.  OPC -43   (ORDINARY PORTLAND CEMENT GRADE 43) 3.  OPC -53   (ORDINARY PORTLAND CEMENT GRADE 53) 4.  RHPC   (RAPID HARDENING PORTLAND CEMENT) 5.  PSC   (PORTLAND SLAG CEMENT) 6.  PPC-1   (PORTLAND POZZOLANA CEMENT FLY ASH BASED PART-1) 7.   PPC-2    (PORTLAND POZZOLANA CEMENT  CALCINED CLAY BASED PART-2) 8.  HC  (HYDROPHOBIC CEMENT) 9.  LHPC  (LOW HEAT PORTLAND CEMENT) 10.   SRPC   (SULPHATE RESISTING PORTLAND CEMENT) 11.  HAC   (HIGH ALUMINA CEMENT) 12.  HSSC   (HIGH SUPER SULPHATE CEMENT)  Civil Engineer Babu A Good Quality Construction is a Result of Good Knowledge. Keep Learning....Keep Growing.... Thank You, Have a Nice Day,

INDIAN STANDARD- 456:2000 CEMENT CONFORMING TO:-

  DIFFERENT TYPE OF CEMENT AND CONFORMING TO :- 1.  OPC -33    (ORDINARY PORTLAND CEMENT GRADE 33) CONFORMING TO INDIAN STANDARD 269 2.  OPC -43   (ORDINARY PORTLAND CEMENT GRADE 43)  CONFORMING TO INDIAN STANDARD 8112 3.  OPC -53   (ORDINARY PORTLAND CEMENT GRADE 53)  CONFORMING TO INDIAN STANDARD 12269 4.   RHPC   (RAPID HARDENING PORTLAND CEMENT)  CONFORMING TO INDIAN STANDARD 8041 5.   PSC   (PORTLAND SLAG CEMENT)  CONFORMING TO INDIAN STANDARD 455 6.   PPC-1   (PORTLAND POZZOLANA CEMENT FLY ASH BASED PART-1) CONFORMING TO INDIAN STANDARD 1489 7.   PPC-2    (PORTLAND POZZOLANA CEMENT  CALCINED CLAY BASED PART- 2)  CONFORMING TO INDIAN STANDARD 1489 8.  HC   (HYDROPHOBIC CEMENT)  CONFORMING TO INDIAN STANDARD 8043 9.  LHPC   (LOW HEAT PORTLAND CEMENT)  CONFORMING TO INDIAN STANDARD 12600 10.   SRPC   (SULPHATE RESISTING PORTLAND CEMENT)  CONFORMING TO INDIAN STANDARD 12330 11.  HAC   (HIGH ALUMINA CEMENT) CONFORMING TO INDIAN STANDARD 6452 12.  HSSC   (HIGH SUPER SULPHATE CEMENT) CO

SELF COMPACTING CONCRETE

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  1. GENERAL  :- Self compacting concrete is a concrete that fills uniformly and completely every corner of form work  by its own weight without application of any vibration, without segregation, whilst maintaining homogeneity.                                  2. APPLICATION AREA  :- Self compacting concrete may be used in precast concrete application or for concrete placed on site. It may be manufactured in a site batching plant or in a ready-mixed concrete plant and delivered to site by truck mixer. It may then be placed either by pumping or pouring into horizontal or vertical forms.                                        3. FEATUR ES OF FRESH SELF COMPACTING CONCRETE  :- The following are some of the features of self compacting concrete :- a) Slump flow : 600 mm Min.                        b) Sufficient amount of fines (<0.125 mm) preferably in the range of 400 kg/cumec . This can be achieved by having sand content more than 38 % and using mineral admixture to the order of 25% to

Mineral Admixtures of Cement

  Mineral Admixtures of Cement 1. Pozzolanas 2. Ground Granulated Blast Furnance Slag 1. Pozzolanas  :-  Pozzolanic materials conforming to relevant Indian Standard may be used with the permission of the authority, providing uniform blending with cement is ensured. a) :-Fly ash (pulverized fuel ash) Fly ash conforming to Grade 1 of Indian Standard 3812 may be used as part replacement of ordinary Portland cement provided uniform blending with cement is ensured. b):- Silica fume The silica fume (very fine non-crystalline silicon dioxide) is a by-product of the manufacture of silicon, ferrosilicon or the like, from quartz and carbon in electric arc furnace. It is usually used in proportion of 5 to 10 % of the cement content of a mix. {Silica fume conforming to a standard approved by the deciding authority may be used as part replacement of cement provided uniform blending with the cement is ensured}. c):- Rice husk ash Rice husk ash is produced by burning rice husk and contain large propo

CEMENT CONCRETE INTRODUCTION

  सीमेंट कंक्रीट भवन निर्माण की एक बहुत ही महत्वपूर्ण निर्माण सामग्री है।  इसका महत्त्व दिनों दिन बढ़ रहा है।  यह बंधक पदार्थ अर्थात सीमेंट, महीन मिलावा {रेत},  मोटे मिलावा {गिट्टी /बजरी} और पानी का असमांग मिश्रण है।     इसमें मिलावा एक निष्क्रिय पदार्थ है जो कंक्रीट की मात्रा बढ़ा कर उसकी निर्माण लागत कम करता है।    साधारणतः मिलावे ( महीन व् मोटे मिलावे  )  की मात्रा 70 से 75 %   तक  होती है  तथा बाकि बचे 30 से 25 % तक सीमेंट और पानी होता है।  www.EveryOneEngineer.com A Good Quality Construction is a Result of Good Knowledge. Keep Learning....Keep Growing.... Thank You, Have a Nice Day,

सीमेंट कंक्रीट के अवयव

  सीमेंट कंक्रीट के अवयव  1 . सीमेंट   2.  महीन मिलावा [ रेत ] 3. मोटा मिलावा  [बजरी /गिट्टी ] 4. पानी  5. समिश्रण [एडमिक्श्चर ] [नोट :- समिश्रण का उपयोग सीमेंट कंक्रीट में अतिरिक्त और वांछित गुण की प्राप्ति के लिए किया जाता है,   अलग- अलग गुणों के लिए बाजार में अलग -अलग प्रकार के  समिश्रण उपलब्ध है]  www.EveryOneEngineer.com A Good Quality Construction is a Result of Good Knowledge. Keep Learning....Keep Growing.... Thank You, Have a Nice Day,

सीमेंट कंक्रीट में सीमेंट का कार्य

  सीमेंट कंक्रीट में सीमेंट का कार्य  यह सीमेंट कंक्रीट का एक मुख्य अवयव है जो कंक्रीट को बंधक के गुण प्रदान करती है।  सीमेंट में पानी मिलाने के पश्चात उसमे जलयोजन की क्रिया प्रारम्भ हो जाती है।   तथा सीमेंट के कण फूल कर मकड़ी के जाले की भाँति फूल जाते है  और  मिलावा कणों  को ढाँप लेते है।    सीमेंट की यही महीन झिल्ली सीमेंट की बनी जेल कहलाती है।   www.EveryOneEngineer.com A Good Quality Construction is a Result of Good Knowledge. Keep Learning....Keep Growing.... Thank You, Have a Nice Day,

सीमेंट कंक्रीट में ऐग्रीगेट ( मिलावे ) का महत्व

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सीमेंट कंक्रीट में ऐग्रीगेट ( मिलावे ) का महत्व  मिलावे से अर्थ महीन मिलावे [ रेत ] व् मोटा मिलावा [ बजरी/गिट्टी]  से है :- 1. मिलावा कंक्रीट को संहति प्रदान करती है।  2. कंक्रीट में लगने वाले बलों को वहन करता है।  3.  यह कंक्रीट का निष्क्रिय पदार्थ होता है।  4. मिलावा सीमेंट और पानी की तुलना में मितव्ययी [कम लागत की] होती है।   5. मिलावा कंक्रीट की संकुचन [ सिकुड़न] कम कर  देता है।  6. मिलावे से पुरे कंक्रीट का लागत कम हो जाता है।  7.  मोटी मिलावे के बिच बनी जगह को महीन मिलावा भर लेता है।  www.EveryOneEngineer.com A Good Quality Construction is a Result of Good Knowledge. Keep Learning....Keep Growing..... Thank You, Have a Nice Day,  

सीमेंट कंक्रीट में पानी का महत्व

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  सीमेंट कंक्रीट में पानी का महत्व  1. यह रेत और बजरी/गिट्टी की सतह को गिला करता है, जो स्नेहक का कार्य करती है। 2. पानी कंक्रीट को सुकार्यता प्रदान करता है।    3. पानी सीमेंट से जलयोजन की क्रिया पूर्ण करती है।    4. जलयोजन की क्रिया से सीमेंट जेल बनता है।                              जलयोजन के लिए कंक्रीट में  मिलाये जाने वाले पानी की केवल 25 % से 30 % मात्रा की ही आवश्यकता होती है शेष  पानी असंयुक्त ही रह जाता है जो जलयोजन क्रिया को चालू रखने में सहायक होता है।    

CEMENT PASTE INTRODUCTION

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सीमेंट पेस्ट परिचय  सीमेंट में पानी मिलाने पर सीमेंट के कण फूलकर सूखे सीमेंट कण की तुलना में 2.1  गुना बड़ा हो जाता है।   सीमेंट के यह कण मकड़ी के जाले  की तरह फैलते है तथा रेत  या महीन मिलावे  के साथ मिलकर सीमेंट-मिलावा पेस्ट बनाते  है।  सीमेंट कंक्रीट की सामर्थ्य इसी पेस्ट के भौतिक गुणों पर निर्भर करती  है।    

सीमेंट पेस्ट का कार्य

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  सीमेंट पेस्ट का कार्य  1. ताज़ी कंक्रीट में सीमेंट पेस्ट मोटे  मिलावे के लिए स्नेहक [लुब्रिकेंट ] का कार्य करती है जो कंक्रीट की कुटाई में सहायक होती है ,                                       2.  सीमेंट पेस्ट मोटे  मिलावे के बिच बनी रिक्त स्थान को भरता है , 3. सीमेंट पेस्ट कंक्रीट को सुघट्यता गुण प्रदान करता है, इसी गुण  के कारण ही ताज़ी कंक्रीट को किसी भी वांछित आकृति में ढाली जा सकती है , 4. सूखने पर यही पेस्ट कंक्रीट को जल रोधकता और कंक्रीट को संपीड़न  सामर्थ्य गुण  प्रदान करता है ,                                            www.EveryOneEngineer.com A Good Quality Construction is a Result of Good Knowledge. Keep Learning....Keep Growing.... Thank You, Have a Nice Day,

सीमेंट पेस्ट के गुण प्रभावित करने वाले कारक

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  सीमेंट पेस्ट के गुण प्रभावित करने वाले कारक                                           1. सीमेंट का गुण,  2. जल  और सीमेंट का अनुपात [ वाटर -सीमेंट रेसिओ ],                                  3. सीमेंट और पानी की जल योजन क्रिया का प्रतिशत ,                          [ सीमेंट और पानी मिलाने के बाद जलयोजन क्रिया प्रारम्भ होती है अगर जलयोजन क्रिया पूरा नहीं हो पाता है, तो यह सीमेंट पेस्ट के गुण  को प्रभावित करती है],                          www.EveryOneEngineer.com A Good Quality Construction is a Result of Good Knowledge. Keep Learning....Keep Growing..... Thank You, Have a Nice Day,

EveryOneEngineer

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नमस्कार दोस्तों , मेरा परिचय :-   मेरा नाम राकेश कुमार पटेल है और मैं एक सिविल इंजीनियर हूँ, मैं वर्तमान में शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्यरत हूँ। वेबसाईट का  परिचय :- जैसा की आप सभी पढ़ पा रहे हैं कि   EveryOneEngineer    वेबसाइट का नाम है जिसका वेबसाइट पता   www.EveryOneEngineer.com   है।  इसे ब्लॉगर के प्लेटफॉर्म का उपयोग कर के लिखा जा रहा है।  EveryOneEngineer  को मात्र एक फ्री इंजीनियरिंग नोट्स बुक का संग्रह माना जाये।  वेबसाईट नाम का  उद्देश्य :- जैसा की नाम से ही पता चल रहा है  EveryOneEngineer   अर्थात हर कोई इंजीनियर ।  अब हर कोई इंजीनियर से मतलब दो तरह से है  (1).  हर कोई इंजीनियर जो अभी वर्तमान में है, और (2). हर कोई आम जनता जो इंजीनियर का ज्ञान लेकर इंजीनियर जैसा बन सकता है।   वेबसाईट का  उद्देश्य  :- जैसा की आप सभी जानते है, कुछ नया होने  के पीछे कुछ घटना जरूर होता  है। और आप यह भी जानते है 'आवश्यकता  ही अविष्कार  की जननी है' इस  फ्री इंजीनियरिंग नोट्स बुक  के पीछे भी कुछ यही है । कुछ महीने पहले की बात है मैं अपने काम से जा रहा था। सड़क के किना

Aggregates {Indian Standard 456:2000}

Aggregates :- Aggregates shall comply with the requirements of Indian Standard 383. As far as possible preference shall be given to natural aggregates. 1. Other type of aggregates such as slag and crushed overburnt brick or tile, which may be found suitable with regard to strength, durability of concrete and freedom from harmful effects may be used for plain concrete members, but such aggregates should not contain more than 0.5 % of sulphates as SO 3 and should not absorb more than 10% of their own mass of water. 2. Heavy weight aggregates or light weight aggregates such as bloated clay aggregates and sintered fly ash aggregates may also be used provided the authority is satisfied with the data on the properties of concrete made with them. 3. Size of aggregates :- The nominal maximum size of coarse aggregate should be as large as possible within the limit specification but in no case greater than 1/4 of the minimum thickness of the member, provided that the concrete can

Admixtures { Indian Standard 456:2000 }

Admixtures 1. Admixture, if used shall comply with IS 9103. Previous experience with and data on such materials should be considered in relation to the likely standards of supervision and workmanship to the work being specified.  2. Admixtures should not impair durability of concrete nor combine with the constituent to form harmful compounds nor increase the risk of corrosion of reinforcement.  3. The workability, compressive strength and the slump loss of concrete with and without the use of admixtures shall be established during the trial mixes before use of admixtures. 4. The relative density of liquid admixtures shall be checked for each drum containing admixtures and compared with the specified value before acceptance. 5. The chloride content of admixtures shall be independently tested fill each batch before acceptance. 6.  If two or more admixtures are used simultaneously in the same concrete mix. data should be obtained to assess their interaction and to ensur

Reinforcement { Indian Standard 456:2000 }

Reinforcement :- The reinforcement shall be any of the following:-  a) Mild steel and medium tensile steel bars conforming to Indian Standard 432 (Part I).   h) High strength deformed steel bars conforming to Indian Standard 1786.  c) Hard-drawn steel wire fabric conforming to Indian Standard 1566.   d) Structural steel conforming to Grade A of  Indian Standard 2062 . www.EveryOneEngineer.com A Good Quality Construction is a Result of Good Knowledge. Keep Learning....Keep Growing.... Thank You, Have a Nice Day,

Clean Reinforcement { Indian Standard 456:2000}

Clean Reinforcement 1. All reinforcement shall he free from loose mill scales. loose rust and coats of paints. oil. mud or any other substances which may destroy or reduce bond Sand blasting or other treatment is recommended to clean reinforcement. 2. Special precautions like coating (If reinforcement may be required for reinforced concrete elements in exceptional cases and for rehabilitation of structures. Specialist literature may he referred to in such cases.  3. The modulus of elasticity of steel shall be taken as 200 kN/sqmm. The characteristic yield strength of different steel shall be assumed as the minimum yield stress/0.2 percent proof stress specified in the relevant Indian Standard . www.EveryOneEngineer.com A Good Quality Construction is a Result of Good Knowledge. Keep Learning....Keep Growing.... Thank You, Have a Nice Day,

Water for concrete

Water Water used for mixing and curing shall be clean and free from injurious amounts of oils, acids, alkalis, salts, sugar, organic materials or other substances that may be deleterious to concrete or steel.          Potable water is generally considered satisfactory for mixing concrete. As a guide the following concentrations represent the maximum permissible values:  a) To neutralize 100 ml sample of water, using phenolphthalein as an indicator, it should not require more than 5 ml of 0.02 normal NaOH. The details of test are given in 8.1 of  Indian Standard 3025 (Part 22). b) To neutralize 100 ml sample of water, using mixed indicator, it should not require more than 25 ml of 0.02 normal H 2 SO 4 . The details of test shall be as given in 8 of Indian Standard 3025 (Part 23). c) Permissible limits for solids shall be as given in Table 1 . www.EveryOneEngineer.com A Good Quality Construction is a Result of Good Knowledge. Keep Learning....Keep Growing.... Thank You, Have a

Grade of Concrete

Grade of Concrete  The concrete shall be in grades designated as per Table 1 A).  The characteristic strength is defined as the strength of material below which not more than 5 percent of the test results are expected to fall. B). The minimum grade of concrete for plain and reinforced concrete shall be as per Table 2 C).  Concrete of grades lower than those given in Table 1 may be used for plain concrete constructions. lean concrete, Simple foundations, foundation for masonry walls and other simple or temporary reinforced concrete construction. S.No. Group Grade Designation Specified Characteristic Compressive Strength of 150 mm Cube at 28 Days In N/sq.mm A B C D 1   Ordinary Concrete M 10 10 2 M 15 15 3 M 20 20 4       Standard Concrete M

सीमेंट कंक्रीट का वर्गीकरण

  सीमेंट कंक्रीट का वर्गीकरण   सीमेंट कंक्रीट प्रायः निम्न वर्गों में विभाजित किया जा सकता है  1.  सादी  सीमेंट कंक्रीट { Plain Cement Concrete} 2. प्रबलित सीमेंट कंक्रीट  { Reinforcement Cement Concrete } 3. पूर्व निर्मित सीमेंट कंक्रीट  { Pre Cast Cement Concrete} 4.  पूर्व प्रतिबलित सीमेंट कंक्रीट { Pre Stressed Cement Concrete} www.EveryOneEngineer.com A Good Quality Construction is a Result of Good Knowledge. Keep Learning....Keep Growing.... Thank You, Have a Nice Day,