EveryOneEngineer
नमस्कार दोस्तों,
मेरा परिचय :-
मेरा नाम राकेश कुमार पटेल है और मैं एक सिविल इंजीनियर हूँ, मैं वर्तमान में शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्यरत हूँ।
वेबसाईट का परिचय :-जैसा की आप सभी पढ़ पा रहे हैं कि EveryOneEngineer वेबसाइट का नाम है जिसका वेबसाइट पता www.EveryOneEngineer.com है। इसे ब्लॉगर के प्लेटफॉर्म का उपयोग कर के लिखा जा रहा है। EveryOneEngineer को मात्र एक फ्री इंजीनियरिंग नोट्स बुक का संग्रह माना जाये।
वेबसाईट नाम का उद्देश्य :-
जैसा की नाम से ही पता चल रहा है EveryOneEngineer अर्थात हर कोई इंजीनियर । अब हर कोई इंजीनियर से मतलब दो तरह से है (1). हर कोई इंजीनियर जो अभी वर्तमान में है, और (2). हर कोई आम जनता जो इंजीनियर का ज्ञान लेकर इंजीनियर जैसा बन सकता है।
वेबसाईट का उद्देश्य :-
जैसा की आप सभी जानते है, कुछ नया होने के पीछे कुछ घटना जरूर होता है। और आप यह भी जानते है 'आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है' इस फ्री इंजीनियरिंग नोट्स बुक के पीछे भी कुछ यही है । कुछ महीने पहले की बात है मैं अपने काम से जा रहा था। सड़क के किनारे एक संरचना का निर्माण कुछ लोगो द्वारा किया जा रहा था। जैसे ही मेरा नजर उस संरचना पर गया, समझ में आ गया की गलतिया कहाँ पर हो रही हैं। मैं संरचना के आकार और लोगो को देखकर यह भी समझ गया की यह शायद बहुत गरीब मालिक का पहली और आखरी संरचना हो सकता है। और यह सोंचते हुए मालिक से मिलने के लिए अपने आप को नहीं रोक पाया। जैसे ही मैं काम करते लोगो के समूह से पूछा की यह क्या बना रहे हो? तो उनमे से एक बुजुर्ग व्यक्ति कहते है- 'सपनो का महल बना रहे है बाबू जी' मैंने फिर पूछा इसका मालिक कौन है? तो वही बुजुर्ग आदमी सामने आकर बताया की मैं हूँ। मैंने कहा आपके संरचना में तो बहुत से कमियां और गलतियाँ है, आप किसी जानकार व्यक्ति से घर क्यों नहीं बनवा रहे हैं ? तब उसने बताया - एक जानकार मिस्त्री को लगाया हूँ बाबू जी, जैसा वह बताता गया वैसा ही हो रहा है। थोड़ी जाँच-पड़ताल करने पर निष्कर्ष यह निकला कि उनमे से किसी को भी संरचना निर्माण की बारीकियों का पता नहीं था। और बुजुर्ग द्वारा एकलौते बेटे की शादी के बाद रहने के लिए एक आशियाना बनाया जा रहा था , जिसे बनाने के लिए एक मात्र बचे छोटे से खेत को बेचकर और कुछ कर्ज भी लिया गया था । संरचना में हुई गलतियों का परिणाम यह होता की उस बुजुर्ग व्यक्ति के कर्ज छूटने से पहले ही संरचना धरासायी हो सकता था। शायद आप भी अपने आस-पास यही देखते होंगे, की कैसे कोई संरचना में जाने-अनजाने छोटी-छोटी गलतियां कर डालते है और उसका परिणाम, जन और धन हानि के रूप में भी हो सकता है। मैंने ऐसी घटना एक नहीं बल्कि अनेको देखि और सुनी है। सायद आपको भी ऐसा ही कोई घटना याद हो। आज यह एक सामान्य घटना बन गया है, लेकिन इसके परिणाम दुखद होते है। यहाँ मैंने सिर्फ एक घटना का जिक्र किया है जबकि मुझे दुखद अहसास दिलाने वाला अनेको घटना याददास्त में घूमता रहता है। मुझे इसका कारण सिर्फ जानकारी का अभाव ही लगता है। पता नहीं इंजीनियरिंग को सभी लोग कठिन क्यों समझते हैं ? और कई लोग तो इससे बचना भी चाहते हैं । जब तक इंजिनीयरिंग को जटिल और कठिन बनाया और समझा जायेगा, तब तक इस प्रकार के किसी भी समस्या का हल 'शायद' नहीं है। इंजीनियरिंग एक कॉमन - सेन्स से ज्यादा कुछ नहीं होता है। फिर भी आपके लिए हमें महसूस होता है कि क्यों न इंजीनियरिंग को ही इतना आसान और इंट्रेस्टिंग बनाया जाये, ताकि सभी लोग आसान भाषा में और सरल तरिके से मुलभुत जानकारीयां प्राप्त कर सकें। और कहि भी अपने लिए या अपनों के लिए मिली जानकारी उपयोग में ला सके।
ये सब तो ठीक है लेकिन कैसे करेंगे ? सच कह रहा हूँ , इस बहुत बड़े जवाब को ढूंढ़ने में बहुत दिमाग लगाना पड़ा। मुझे नोट्स बनाने की बहुत अच्छी आदत है , अपने इंजीनियरिंग पढ़ाई के दौरान भी , पढ़ाई से मैं जो भी समझता था, उसे आसान भाषा में नोट्स बना लेता था। और मेरा ये मानना है कि हमें लगातार सीखते रहना चाहिए। और इसी क्रम में मैं आज भी अपने इंजीनियरिंग की कोई किताब, या कोई रिसर्च, या इंडियन स्टैण्डर्ड के पब्लिकेशन्स या किसी दूसरे देश की बहुत अच्छी नॉलेज सिख के एक नोट्स बना लेता हूँ ।
लेकिन मेरे द्वारा बनाये गए पहले के नोट्स ऑफलाइन / नोट बुक /कॉपी में होने के कारण बहुतों को दीमक खा गया, कुछ नमी से ख़राब हो गए और कुछ सुरक्षित बच गए है। और मुझे इन नोट्स में से कुछ देखना होता है तो सबसे बड़ी समस्या यही होता है कि ये 24 X 7 घण्टे हमेशा मेरे पास उपलब्ध नहीं रह पाता। और इतने में भी नोट्स ढूंढने में बहुत मेहनत करना पड़ता है। मैं चाहता हूँ कि मेरे सभी नोट्स हमेसा सुरक्षित रहे। इसे न तो कोई दीमक खा सके, और न हि नमी से ख़राब हो। और मैं किसी भी जगह और किसी भी टाइम देख सकूँ। मेरे ईच्छा की पूर्ति तभी होगी, जब मेरे द्वारा बनाये गए नोट्स ऑनलाइन उपलब्ध हो। इस सोंच के साथ अपने नोट्स को ऑनलाइन लाता जा रहा हूँ। लेकिन लोगों की छोटी छोटी ग़लतियों के कारण बहुत मेहनत व् लागत से बनायीं गयी सँरचना बर्बाद हो रहा है यह सोंचकर इस संसाधन का अकेले उपयोग करने के बजाये अगर पूरा विश्व यह नोट्स फ्री में, किसी भी भाषा में, कभी भी और कहीं भी प्राप्त कर सकें, तो कैसा रहेगा ? जी हाँ - इससे हम सबको फायदा है। मैं आप सभी साथियों से भी विनम्र निवेदन करना चाहूंगा कि आप का स्किल या पसंद जो भी है, उसे ऑनलाइन सुरक्षित रख लीजिये। और अगर पूरी दुनिया को फ्री या शुल्क के साथ साझा करना चाहे तो कर सकते है। पुरे विश्व में बहुत से ऐसे लोग है जिनको आपके ज्ञान की बहुत जरुरत है। अपने व् अपने समाज/सभ्यता के विकाश के लिए आपके ज्ञान की आवश्यकता है कृपया दूसरों का मदद करें। हमारे इस फ्री इंजीनियरिंग नोट्स बुक से अगर जरूरतमंद एक व्यक्ति भी लाभान्वित होता है तो हम अपना उद्देश्य पूरा समझेंगे ।
वेबसाईट द्वारा ऑनलाइन ही क्यों :-
EveryOneEngineer अर्थात हर कोई इंजीनियर के माध्यम से अधिक से अधिक लोगो तक पहुंचने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीके का इस्तेमाल किया जाता है । आपको जानकर बहुत अच्छा महसूस होगा कि इस नोट्स के पाठक लगभग 50 से भी अधिक देश से आतें हैं। और सब इसे पसंद भी कर रहें है। कुछ नोट्स तो इतने पसंद आ रहें है कि गूगल उन्हें समान केटेगरी के ब्लॉग / किताब के बाद दूसरे नंबर पर रैंक कर रहा है। अपने समस्त इंजीनियर साथियो को भी धन्यवाद कहना चाहूँगा जो किसी न किसी तरिके से जरूरतमंद लोगो के काम आ रहे है । और कोई भी अपना ज्ञान साझा करना चाहे तो आपका सादर स्वागत है !
आप सभी का धन्यवाद !
EveryOneEngineer अर्थात हर कोई इंजीनियर के माध्यम से अधिक से अधिक लोगो तक पहुंचने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीके का इस्तेमाल किया जाता है । आपको जानकर बहुत अच्छा महसूस होगा कि इस नोट्स के पाठक लगभग 50 से भी अधिक देश से आतें हैं। और सब इसे पसंद भी कर रहें है। कुछ नोट्स तो इतने पसंद आ रहें है कि गूगल उन्हें समान केटेगरी के ब्लॉग / किताब के बाद दूसरे नंबर पर रैंक कर रहा है। अपने समस्त इंजीनियर साथियो को भी धन्यवाद कहना चाहूँगा जो किसी न किसी तरिके से जरूरतमंद लोगो के काम आ रहे है । और कोई भी अपना ज्ञान साझा करना चाहे तो आपका सादर स्वागत है !
आप सभी का धन्यवाद !
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